Ukrainian Drone Attack: कैसे ड्रोन रूस के एयरबेस को बनाते हैं निशाना?

Ukrainian Drone Attack ने 2025 में रूस-यूक्रेन युद्ध को नई दिशा दी है। यूक्रेन ने हाल ही में रूस के चार प्रमुख एयरबेस पर ड्रोन हमले किए, जिसमें 40 से अधिक रूसी बॉम्बर विमानों को नुकसान पहुंचा। यह लेख बताता है कि यूक्रेन के ड्रोन कैसे सटीक हमले करते हैं।

यूक्रेन के ड्रोन की तकनीक

फाइबर-ऑप्टिक FPV ड्रोन

यूक्रेन ने Ukrainian Drone Attack में फाइबर-ऑप्टिक FPV (फर्स्ट पर्सन व्यू) ड्रोन्स का उपयोग किया। ये ड्रोन रियल-टाइम कंट्रोल के लिए फाइबर-ऑप्टिक केबल्स पर निर्भर करते हैं, जो रूसी इलेक्ट्रॉनिक जैमर को बेअसर करते हैं। इनकी सटीकता और कम प्रोफाइल इन्हें घातक बनाती है।

लंबी रेंज और सटीकता

मार्च 2025 में यूक्रेन ने 3,000 किमी रेंज वाले ड्रोन विकसित किए। ये ड्रोन रूस के दूरस्थ एयरबेस, जैसे बेलाया और ओलेन्या, तक पहुंचकर Tu-95, Tu-22, और A-50 जैसे विमानों को निशाना बनाते हैं।

हमले की रणनीति

छिपकर हमला

Ukrainian Drone Attack में ड्रोन्स को ट्रक कंटेनरों में छिपाकर रूसी सीमा के पास ले जाया गया। रिमोट कंट्रोल से इन्हें लॉन्च किया गया, जिससे रूस के रडार को चकमा देना आसान हुआ।

Ukrainian Drone Attack

विस्फोटक डिज़ाइन

ड्रोन्स में लेजर-गाइडेड बम और हल्के विस्फोटक लगाए गए, जो सटीक निशाना लगाने में सक्षम हैं। इनकी लागत कुछ सौ डॉलर है, जबकि निशाने पर लिए गए रूसी विमानों की कीमत अरबों में है।

हाल के हमले

1 जून 2025 का हमला

1 जून 2025 को Ukrainian Drone Attack ने रूस के चार एयरबेस—बेलाया, ओलेन्या, इवानोवो, और डायगिलेवो—पर हमला किया। यूक्रेन की सुरक्षा सेवा (SBU) ने 41 बॉम्बर विमानों को नष्ट करने का दावा किया, जिनमें Tu-160 जैसे घातक विमान शामिल थे।

रूस का जवाब

रूस ने दावा किया कि उसने 112 यूक्रेनी ड्रोन्स को नष्ट किया, लेकिन SBU के वीडियो में जलते रूसी विमान दिखाई दिए। रूस के गवर्नर ने इरकुत्स्क में सैन्य इकाई पर हमले की पुष्टि की।

प्रभाव और भविष्य

युद्ध में बदलाव

Ukrainian Drone Attack ने ड्रोन युद्ध को नया आयाम दिया। कम लागत में बड़े नुकसान की रणनीति ने रूस की हवाई ताकत को कमजोर किया है। यूक्रेन अब 15 कंपनियों के साथ फाइबर-ऑप्टिक ड्रोन पर काम कर रहा है।

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वैश्विक प्रभाव

यह तकनीक भारत जैसे देशों के लिए भी प्रेरणा है, जहां MQ-9B ड्रोन डील पर काम चल रहा है। ड्रोन युद्ध की यह रणनीति भविष्य के युद्धों को बदल सकती है।

Ukrainian Drone Attack ने साबित किया कि उन्नत तकनीक और रणनीति छोटे देशों को भी शक्तिशाली बना सकती है। ड्रोन्स की सटीकता और कम लागत युद्ध के नियम बदल रही है।

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