Secondary Microphone फोन पर छोटे छेद का उपयोग: क्या है इसका काम?

Secondary Microphone – आजकल स्मार्टफोन्स में कई प्रकार के छोटे-छोटे छेद होते हैं, जो देखने में साधारण लग सकते हैं, लेकिन इनका बड़ा महत्व होता है। इन छोटे छेदों में से एक छेद विशेष रूप से फोन के कॉल की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए काम आता है। यह छेद असल में एक सेकेंडरी माइक्रोफोन होता है, जिसका मुख्य कार्य शोर-शराबे को कम करना और कॉल की आवाज को साफ और स्पष्ट बनाना है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि ये छोटे छेद या माइक्रोफोन फोन की कॉल क्वालिटी को कैसे प्रभावित करते हैं और इसका महत्व क्या है।

1. छोटे छेद का असल काम: Secondary Microphone

स्मार्टफोन्स में अक्सर एक छोटा गोल छेद नजर आता है, जो दिखने में साधारण सा लगता है, लेकिन इसका काम बहुत महत्वपूर्ण होता है। यह छेद फोन का Secondary Microphone होता है, जो मुख्य माइक्रोफोन के साथ मिलकर ड्यूल माइक्रोफोन सिस्टम का हिस्सा होता है। इस सिस्टम का मुख्य उद्देश्य शोर को कम करना और कॉल की आवाज को साफ करना होता है।

1.1 ड्यूल माइक्रोफोन सिस्टम

आधुनिक स्मार्टफोन्स में दो माइक्रोफोन होते हैं—एक ऊपर और एक नीचे। यह दोनों माइक्रोफोन मिलकर काम करते हैं और किसी भी कॉल के दौरान शोर-शराबे को कम करने में मदद करते हैं। यदि आप किसी शोर-शराबे वाली जगह पर हैं, जैसे सड़क पर या किसी भीड़-भाड़ में, तो इन माइक्रोफोन के द्वारा शोर को कम किया जाता है, और आपकी आवाज अधिक स्पष्ट रूप से सुनाई देती है।

1.2 शोर-शराबे को कम करने की प्रक्रिया

जब आप फोन पर बात कर रहे होते हैं और आपके आस-पास शोर हो, तो Secondary Microphone आपके आस-पास के अवांछनीय शोर को पकड़कर उसे कम कर देता है। इसके बाद, आपकी आवाज को मुख्य माइक्रोफोन के माध्यम से साफ-साफ ट्रांसमिट किया जाता है, जिससे कॉल की गुणवत्ता में सुधार होता है।

2. माइक्रोफोन की स्थिति और कॉल गुणवत्ता

फोन के नीचे स्थित यह माइक्रोफोन खासतौर पर आपके मुंह के पास होता है, जिससे आपकी आवाज को बेहतर तरीके से कैप्चर किया जा सकता है। जब आप फोन से बात करते हैं, तो माइक्रोफोन आपके मुंह के पास होने के कारण आपकी आवाज को ठीक से पकड़ता है और उसे दूसरे व्यक्ति तक स्पष्ट रूप से भेजता है।

2.1 शोर-शराबे वाले माहौल में

कभी-कभी शोर-शराबे वाले माहौल में कॉल करना मुश्किल हो सकता है। लेकिन ड्यूल माइक्रोफोन सिस्टम के कारण, शोर को कम करके केवल आपकी आवाज को ही प्राथमिकता दी जाती है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि दूसरे व्यक्ति को आपकी आवाज साफ और स्पष्ट रूप से सुनाई दे, भले ही आपके आसपास बहुत ज्यादा शोर हो।

2.2 Secondary Microphone के कार्य करने का तरीका

यह Secondary Microphone आपकी आवाज के साथ-साथ आसपास के शोर को भी कैप्चर करता है। फिर यह शोर को कम कर देता है और आपकी आवाज को ज़्यादा जोर से और स्पष्ट रूप से भेजता है। यदि इस सेकेंडरी माइक्रोफोन का इस्तेमाल न किया जाता, तो कॉल की गुणवत्ता में काफी कमी आ जाती।

3. मोबाइल फोन में दो माइक्रोफोन का महत्व

आजकल के स्मार्टफोन्स में दो माइक्रोफोन होते हैं, जिनमें से एक मुख्य माइक्रोफोन होता है और दूसरा Secondary Microphone होता है। दोनों का काम अलग-अलग होता है, लेकिन दोनों मिलकर कॉल की गुणवत्ता को बेहतर बनाते हैं।

3.1 शोर-शराबे को कम करने की तकनीक

ड्यूल माइक्रोफोन नॉइज़ रिडक्शन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए, यह तकनीक फोन के कॉल की गुणवत्ता को बढ़ाती है। जब कोई व्यक्ति शोर-शराबे वाले वातावरण में कॉल करता है, तो यह प्रणाली शोर को कैप्चर कर उसे कम कर देती है। इससे आपको कॉल पर आवाज़ साफ सुनाई देती है और बातचीत में कोई रुकावट नहीं आती।

Secondary Microphone

3.2 कॉल की गुणवत्ता में सुधार

इस प्रकार, ड्यूल माइक्रोफोन सिस्टम कॉल की गुणवत्ता को बेहतर बनाता है, खासकर तब जब आप किसी शोर-शराबे वाले स्थान पर बात कर रहे होते हैं। इस तकनीक के बिना, फोन कॉल्स में शोर अधिक सुनाई देता, जिससे संवाद में परेशानी होती।

4. Secondary Microphone की विशेषताएँ

फोन पर छोटा सा यह छेद सिर्फ एक माइक्रोफोन नहीं होता, बल्कि इसकी कुछ विशेषताएँ हैं, जो इसे महत्वपूर्ण बनाती हैं।

4.1 शोर से बचाव

यह माइक्रोफोन आसपास के अवांछनीय शोर को पहचानता है और उसे कम कर देता है। इसके परिणामस्वरूप, कॉल के दौरान आपको सिर्फ दूसरी तरफ से आ रही आवाज ही साफ-साफ सुनाई देती है, जिससे बातचीत ज्यादा प्रभावी होती है।

4.2 कॉल की गुणवत्ता का सुधार

यदि फोन में केवल एक माइक्रोफोन होता, तो आपके कॉल की गुणवत्ता में गिरावट आ सकती थी। सेकेंडरी माइक्रोफोन के कारण, फोन की कॉल गुणवत्ता में सुधार होता है और शोर को कम करके स्पष्ट आवाज़ सुनिश्चित की जाती है।

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निष्कर्ष

फोन के छोटे से छेद का काम बहुत महत्वपूर्ण होता है, और यह Secondary Microphone के रूप में कार्य करता है। इसका मुख्य उद्देश्य शोर को कम करना और कॉल की आवाज को साफ रखना है। आजकल के स्मार्टफोन्स में ड्यूल माइक्रोफोन नॉइज़ रिडक्शन तकनीक का उपयोग किया जाता है, जिससे कॉल की गुणवत्ता में सुधार होता है, विशेष रूप से शोर-शराबे वाले वातावरण में। इस छोटे से छेद का उपयोग कॉल्स को बेहतर बनाने के लिए किया जाता है, और यह आपके स्मार्टफोन की एक महत्वपूर्ण विशेषता है।

हमें आशा है आपको यह Secondary Microphone फोन पर छोटे छेद का उपयोग: क्या है इसका काम? के बारे में आर्टिकल जानकारीपूर्ण लगा होगा | अगर आपका कोई सवाल है तो आप हमें Contact कर सकते है | आप हमें Instagram पर भी contact कर सकते है|

FAQ

1. फोन पर छोटे छेद का क्या काम होता है?
फोन पर छोटे छेद का काम एक Secondary Microphone का होता है, जो शोर को कम करता है और कॉल की गुणवत्ता को बेहतर बनाता है।

2. ड्यूल माइक्रोफोन सिस्टम क्या है?
ड्यूल माइक्रोफोन सिस्टम में दो माइक्रोफोन होते हैं—एक ऊपर और एक नीचे—जो मिलकर शोर-शराबे को कम करते हैं और आपकी आवाज को साफ़ तरीके से ट्रांसमिट करते हैं।

3. क्या शोर-शराबे वाले माहौल में भी कॉल की गुणवत्ता बेहतर रहती है?
जी हां, ड्यूल माइक्रोफोन नॉइज़ रिडक्शन तकनीक के कारण शोर-शराबे वाले माहौल में भी कॉल की गुणवत्ता बेहतर रहती है।

4. Secondary Microphone का क्या महत्व है?
Secondary Microphone का महत्व यह है कि यह आपके कॉल को शोर-शराबे से बचाता है और आपकी आवाज को अधिक स्पष्ट रूप से ट्रांसमिट करता है, जिससे कॉल की गुणवत्ता में सुधार होता है।

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